हिंदी सिनेमा में ऐसी कई अभिनेत्रियां रही हैं, जिनका फिल्मी सफर तो काफी शानदार रहा लेकिन पर्सनल लाइफ काफी दुखभरी रही। आज हम जिस अभिनेत्री के बारे में बात करने जा रहे हैं उनके आपने कई किस्से सुने होंगे, लेकिन उनकी अधूरी प्रेम कहानी और गुस्से में की गई शादी के बारे में शायद ही सुना हो। जी हां, आज हम बात कर रहे हैं खूबसूरत अदाकारा मधुबाला के बारे में। जिनके खूबसूरती, अभिनय, दिलकश अंदाज और कातिल अदाओं के चर्चे फिल्मी दुनिया में खूब होते थे। इसके साथ ही उनकी प्रेम कहानी के दु:खद अंत के चर्चे भी सरेआम हुए। मधुबाला दिलीप कुमार को दिल दे बैठी थी और दिलीप साहब भी अभिनेत्री को बेइंतहा मोहब्बत करते थे। लेकिन फिर कुछ ऐसा हुआ कि दोनों ने रिश्ता खत्म कर लिया। दिलीप कुमार ने सायरा बानो से शादी कर ली और मधुबाला ने भी गुस्से में शादी रचा ली। आज हम आपको मधुबाला और दिलीप कुमार की अधूरी मोहब्बत और उसके आगे की दास्तां बताने जा रहे हैं।

मधुबाला ने महज नौ साल की उम्र में ही फिल्म इंडस्ट्री की चौखट पर कदम रख दिया था और उनको पहला लीड रोल मात्र 14 साल की उम्र में मिला था। हालांकि, उनकी किस्मत फिल्म ‘महल’ से चमकी थी। इसके बाद मधुबाला एक के बाद एक हिट फिल्में दे रही थीं और वो सुपरस्टार बन चुकी थीं। कहा जाता है मधुबाला कई रिलेशनशिप में रहीं लेकिन फिर उनकी जिंदगी में सुपरस्टार अभिनेता दिलीप कुमार की एंट्री हुई। दिलीप कुमार से मधुबाला बेइंतहा मोहब्बत करने लगीं और उनके सिवा उनकी जिंदगी में किसी और के लिए जगह ही नहीं थी।

14 फरवरी 1933 को अताउल्लाह खान और बेगम आइशा के घर जन्मी मधुबाला का असली नाम ‘बेगम मुमताज जेहन देहलवी’ था। मधुबाला बचपन से ही एक्ट्रेस का बनने का सपना देखती थी और उन्होंने अपना सपना पूरा भी किया। मधुबाला के जन्म से ही उनके दिल में छेद था। डॉक्टरों के अनुसार इस बीमारी में मधु को सख्त आराम करने की जरूरत थी, लेकिन परिवार की जिम्मेदारी के आगे अभिनेत्री अपने सभी दर्द को झेलते हुए काम करती रहीं।

दिलीप-मधुबाला की जोड़ी को उस वक्त सबसे रोमांटिक जोड़ी कहा जाता था। दोनों एक-दूसरे से बेशुमार प्यार करते थे। मधुबाला और दिलीप कुमार फिल्म ‘तराना’ के सेट पर पहली बार मिले थे, दोनों करीब नौ साल तक रिलेशनशिप में थे। रिश्ता टूटने की वजह ये बताई गई थी कि मधु के पिता नहीं चाहते थे कि दोनों की शादी हो। जबकि ये पूरा सच नहीं था। दिलीप कुमार ने अपनी आत्मकथा ‘दिलीप कुमार- द सब्सटेंस एंड द शैडो’ में अपने रिश्ते के खत्म होने की कुछ और ही वजह बताई है। उन्होंने लिखा है, ‘जैसा कि कहा जाता है, उसके उलट मधु और मेरी शादी के खिलाफ उनके पिता नहीं थे। उनकी अपनी प्रोडक्शन कंपनी थी और वे इस बात से काफी खुश थे कि एक घर में दो बड़े स्टार मौजूद होंगे। वे तो चाहते थे कि दिलीप कुमार और मधुबाला एक-दूसरे की बाहों में बाहें डालकर अपने करियर के अंत तक उनकी फिल्मों में डूएट गाते नजर आएं।’

अभिनेता ने आगे लिखा, ‘जब मुझे मधु से उनके पिता की योजनाओं के बारे में मालूम चला तो मेरी उनसे कई बार बातचीत हुई, जिसमें मैंने उन दोनों से कहा कि मेरे काम करने का अपना तरीका है, मैं अपने हिसाब से प्रोजेक्ट चुनता और करता हूं। उसमें मेरा अपना भी प्रोडक्शन हाउस हो तो भी ढिलाई नहीं कर सकता।’ दिलीप की यही बात मधु के पिता को बुरी लग गई थी। मधुबाला के पिता की नाराजगी के बाद भी दिलीप अभिनेत्री संग शादी रचाना चाहते थे। साल 1956 में फिल्म ‘मलमल’ की शूटिंग के दौरान दिलीप कुमार मधुबाला से मिले और कहा, ‘काज़ी इंतजार कर रहे हैं चलो मेरे घर आज शादी कर लेते हैं।’ ये सुनकर मधुबाला रोने लगी थीं। दिलीप कुमार ने कहा था, ‘अगर तुम आज नहीं चली तो मैं तुम्हारे पास लौटकर नहीं आऊंगा, कभी नहीं आऊंगा।’ ठीक वैसा ही हुआ, दिलीप मधुबाला के पास फिर कभी नहीं लौटे।

दिलीप कुमार से रिश्ता टूटने के बाद मधुबाला एकदम अकेले हो गईं और उन्होंने अचानक लेजेंडरी सिंगर किशोर कुमार से शादी कर ली। किशोर कुमार मधुबाला से पहले से ही मोहब्बत करते थे। वो मधुबाला की खूबसूरती के इस कदर दीवाने थे कि, उन्होंने मधुबाला संग शादी करने के लिए अपना धर्म भी बदल लिया था। किशोर दा ने मधुबाला को शादी के लिए प्रस्ताव दिया और उन्होंने फौरन हां कर दी। हालांकि, मधुबाला के लिए ये शादी महज गुस्से में उठाया गया एक गलत फैसला था।साल 1957 में मधुबाला की तबियत बिगड़ गई। उनके दिल में छेद था और उन्हें आराम की सख्त जरूरत थी। वे मधुबाला के इलाज के लिए उन्हें लंदन लेकर गए, लेकिन वहां डॉक्टरों ने जवाब देते हुए कहा कि अब मधुबाला एक से दो साल तक ही जी पाएंगी। लंदन से लौटने के बाद किशोर कुमार मधुबाला को कार्टर रोड स्थित एक घर में ले आए और उसे एक नर्स व ड्राइवर के साथ अकेला छोड़ दिया। किशोर कुमार हर चार महीने में एक बार मधुबाला से मिलने जाया करते थे। आखिर में जब उनकी पत्नी को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, उस वक्त किशोर कुमार के पास वक्त नहीं था। ऐसे में दिल की बीमारी बढ़ती गई और मधुबाला 23 फरवरी 1969 को ये दुनिया छोड़कर चली गईं।