आखिर डीआरडीओ ने कैसे कर दिया कमाल,, जहां सारी दुनिया पुरानी लड़ाकू विमान से परेशान हो चुकी है वही DRDO ने कर दिया है कमाल,, पूरी दुनिया में लोग पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बना रहे हैं तो वही डीआरडीओ ने इतिहास रच दिया !
जो लोग बोल रहे थे कि डीआरडीओ ऐसा नहीं कर पाएगा, डीआरडीओ बेहद कमजोर है, अब उन लोगों के गाल पर जोरदार तमाचा मारा गया है,, डीआरडीओ ने आखिरकार ओ कर दिखाया जो दुनिया में शायद किसी ने सोचा तक नहीं था,, क्वांटम की और ब्रह्मोस जैसे मिसाइलों की टैक्नोलॉजी को को समझने के लिए रूस अमेरिका और इजराइल से वैज्ञानिक भारत आ रहे हैं !
और उसके बाद अब की बार जो डीआरडीओ ने किया है उसे जानकर पूरे दुनिया में हैरानी सी मची हुई है,, चीन और पाकिस्तान की सांसे थम रही है,, डीआरडीओ अब पूरी दुनिया में हथियार सप्लाई करने के लिए आगे आ चुका है,, डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने भारत को दुनिया में सबसे आधुनिक और खतरनाक डिफेंस पावर बनाने में अहम भूमिका निभाई है !
इसलिए आप इस वीडियो को अभी लाइक कीजिए तथा कमेंट में गॉड ब्लेस डीआरडीओ जरूर लिखिए,, अगर आप चाहते हैं कि भारत दुनिया में नंबर वन डिफरेंस पावर बन जाए तो इस वीडियो को लाइक जरुर करें और कमेंट में जय हिंद जरूर लिखिए !
डीआरडीओ ने बना दिया सेवंथ जेनरेशन का फाइटर विमान,, पूरी दुनिया के वैज्ञानिक भारत की तरफ दौड़ते हुए आ रहे हैं,, भारत ने भयंकर कामयाबी की खुलासा कर दिया है,, आखिरकार डीआरडीओ की रात दिन की मेहनत रंग ला दी,, और जैसे-जैसे समय बीता जा रहा है वैसे वैसे भारत अब नंबर वन की छलांग से बस कुछ पल की ही दूरी पर खड़ा है !
दोस्तों अब यह सपना नहीं रह गया कि भारत ही डिफेंस पावर में दुनिया का नंबर वन देश है,, भले ही चीन हमसे नेवी पावर में आगे हो,, लेकिन वायु क्षेत्र में भारत का शायद कोई टक्कर अब नहीं बन पाएगा !
अभी तक जिस अमका लड़ाकू विमान के बारे में आप सुन रहे थे,, वह अब पांचवी पीढ़ी कर नहीं रहा दोस्तों,, डीआरडीओ ने कमाल करते हुए उसमें छठी और सातवीं पीढ़ी के कई तकनीकों को डाल दिया है,, यही कारण है कि पूरी दुनिया को समझ नहीं आ रहा या की आखिर भारत ने इतना जल्दी कैसे कर दिया !
जी हां दोस्तों इस डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने ब्रह्मोस जैसे खतरनाक मिसाइल बना सकते हैं उनके लिए कोई भी हथियार बनाना असंभव नहीं है,, डीआरडीओ ऑफ स्वदेशी विमान और मिसाइल बना बना कर पूरी दुनिया में एक्सपोर्ट करना शुरू कर दिया है !
आप इसी से अंदाजा लगा सकते हैं कि भारत ने अपने स्वदेशी लड़ाकू विमान अमका (AMCA) से हजारों की संख्या में ड्रोन्स एक साथ छोड़ सकता है जिससे कि दुश्मन देश पल भर में तबाह हो जाएंगे,, इस लड़ाकू विमान की मदद से मिसाइल और लेजर आक्रमण भी किया जा सकता है,, वैज्ञानिक उस दिशा में भी काम कर रहे हैं ताकि इस लड़ाकू विमान से परमाणु बम को भी गिराया जा सके,, इन सभी खूबियों से लैस हमारा यह धांसू लड़ाकू विमान दुश्मन की नाक में दम करने का ताकत रखता है,, और इसीलिए पूरी दुनिया इसे छठी और सातवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान कहने लगी है !
और जब से या ऐलान हुआ है कि अमका लड़ाकू विमान में 6th और 7th जेनरेशन के टेक्नोलॉजी को फिट किया गया है उसके बाद रूस और अमेरिका को समझ नहीं आ रहा कि भारत के drdo से कैसे निपटा जाए,, क्योंकि डीआरडीओ ने रूस और अमेरिका के बिजनेस को खा गया है,,, जब से भारत के वैज्ञानिकों ने स्वदेशी आत्मनिर्भर लड़ाकू विमान, मिसाइल, और लेजर हथियार बनाना शुरु कर दिया है तब से ही रूस और अमेरिका के डिफेंस बजट ही चरमरा गए हैं,, दोस्तों यह वही दो देश हैं जो वर्षों से भारत को पाकिस्तान और चीन का डर दिखाते आ रहे हैं और भारत से अपना हथियार बेचते जा रहे थे,, डीआरडीओ ने अब इनकी दुकान बंद कर दी,, और इसके लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों का हौसला जरूर बढ़ाइए कमेंट में थैंक यू डीआरडीओ जरूर लिखें साथ ही वंदे मातरम जरूर लिखिए !